बारिश, यानी आसमान से गिरती नन्ही-नन्ही बूंदें, जो धरती को भिगोकर उसमें नई जान डाल देती हैं। बारिश की बूंदें कभी किसी अधूरी मोहब्बत की गवाही देती हैं, तो कभी किसी नई शुरुआत का इशारा करती हैं। यही वजह है कि Barish Shayari हर दिल के करीब होती है।
बारिश न सिर्फ मौसम को खुशनुमा बनाती है। बल्कि यह हमारे दिलों में दबी कई भावनाओं को भी उजागर कर देती है।जब रिमझिम फुहारें गिरती हैं, तो दिल भी किसी मीठी शायरी की तरह भीग जाता है। चाहे कोई प्यार में हो या विरह में, बारिश की बूंदें हर किसी के दिल की जुबां बन जाती हैं। इसी एहसास को शब्दों में पिरोने की कला को ही ‘बारिश शायरी’ कहा जाता है।
Contents
Barish Shayari in Hindi
तेरे Ishq की बारिश मे कुछ इस Kadar भींग जाऊँ,
हो के Mast मौला मै इस Duniya को भूल जाऊँ।
बड़ा Suhana होता है मौसम Barish का,
दो Dil को मिला देता है Mousham बारिश का।
सुना है Kabul होती है दुआ Dua बारिश में,
इजाजत हो तो मांग लूं Tumko।
रहने दो कि अब Tum भी मुझे Padh न सकोगे,
Barsaat में काग़ज़ की तरह Bhig गया हूँ मैं।
पूछते थे ना Kitna प्यार है तुम्हे Ham से
लो अब गिन लो Barish की ये बूँदें।
मौसम-ए-इश्क़ है तू एक Kahani बन के आ,
मेरे Ruh को भिगो दें जो तू वो Pani बन के आ।
मजबूरियाँ ओढ़ Ke निकलता हूँ Ghar से आजकल,
वरना Shoukh तो आज भी है Barisho में भीगने का।
Barsaat का बादल तो Dimag है क्या जाने,
किस Raah से बचना है Kis छत को भिगोना है।
Tumhare चेहरे का मौसम बड़ा Suhana लगे,
मैं Thoda लुफ्त उठा लू Agar बुरा न लगे।
रोमांटिक बारिश शायरी इन हिंदी
हमें Malum है तुमने देखी हैं Barish की बूँदें,
मगर मेरी Ankhein से ये सावन Aaj भी हार जाता है।
हैरत से Takata है सहरा बारिश के Nazrane को,
कितनी Door से आई है ये Ret से हाथ मिलाने को।
वो Mere रु-बा-रु आया भी तो Barsaat के मौसम में,
मेरे आँसू बह रहे थे Aur वो बरसात Samaj बैठा।
कभी जी Bharke बरसना,
तो कभी बूंद बूंद के Liye तरसाना,
ऐ Barish, तेरी आदतें मेरे Yaar जैसी है।
Bahar आकर देखिए बारिश का Nazara,
Havaa है ठंडी और Mousham भी है प्यारा।
पहले बारिश Hoti थी तो Yaad आते थे,
अब Jab याद आते हो तो Barish होती है।
इस Barish के मौसम में Ajib सी कशिश है,
ना Chahte हुए भी Koi शिदत से याद आता है।
बारिश से Mohabbat मुझे कुछ इस क़दर है,
वो बरश्ता Udhar है,
और Mera दिल धड़कता इधर Hai।
फितरत तो Kuch यूं भी है Inshan की,
बारिश Khatm हो जाए तो छतरी Boz लगती है।
Barish Shayari 2 Line
कल Raat मैंने सारे ग़म Ashman को सुना दिए
आज मैं Chup हूँ और आसमान Barash रहा है।
जब भी बारिश Meri आंखो में Utar जाती है,
Badalo में तेरी Tasveer उभर जाति है।
Mousham आज बड़ा ही Suhana आया है इसीलिए,
रिमझिम Barsaat में ये सावन झूम Aaya है।
ज़रा Thaharo बारिश थम जाये तो फिर Chale जाना,
किसी का Tuj को छू लेना मुझे Acha नहीं लगता।
सब कहते है फिर से Karlo मोहब्बत,
भला दूसरी Barish से मिट्टी महकती है कभी।
बारिश का Mousham मुझे इसलिए भाता है,
अंदर Aur बाहर का मौसम, एक Jaisa हो जाता है।
Aaj आई बारिश तो Yaad आया वो जमाना,
वो Tera छत पे रहना और Mera सडको पे नहाना।
सुनो ये Badal जब भी बरसता है,
मन तुझसे ही मिलने को Tarshata है।
ये Suhani बारिश और ,
तेरी Mohabbat जब भी मिलती है,
हर पल मेरे Dil को सुकून देती है।
पहली बारिश शायरी
जब भी Hogi पहली बारिश Tumko सामने पायेंगे,
वो Bundo से भरा Chehara तुम्हारा हम Dekh तो पायेंगे।
ग़म-ए-बारिशे Isliye नहीं कि Tum चले गए,
बल्कि इसलिए कि Ham ख़ुद को भूल गए।
सुनते रहते थे Mohabbat के फसाने क्या क्या,
बूंद भर Dil पे ना बरसी ये घटा Kaise थी।
तमाम Raat नहाया था Shahar बारिश में,
वो Rang उतर ही गए Jo उतरने वाले थे।
क्या Zid है इन बूंदों की भी,
जमीन को मिटाने चली है Ashman से टूट कर।
Mousham है बारिश का और Yaad तुम्हारी आती है,
Barish के हर कतरे से आवाज Tumari आती है।
कभी Bepanah बरस पडी Kabhi गुम सी है,
यह बारिश भी Kuch कुछ Tum सी है।
मैं Tere हिज्र की Barsaat में कब तक भीगूँ,
ऐसे मौसम में तो Diware भी गिर जाती हैं।
उसने Barish में भी खिड़की Khol के देखा नहीं,
भीगने Valo को कल Kya Kya परेशानी हुई।
Barish Par Shayari
Barish की बूंदों में झलकती है Tasveer उनकी और,
Ham उनसे मिलने की Chahat में भीग जाते हैं।
Barish और मोहब्बत Dono ही यादगार होते हैं,
बारिश में Jism भीगता है और Mohabbat में आंखें।
बारिश Ki बूँदें जैसे Shapno को सजा जाती हैं,
Zindagi के वीराने में उम्मीदें Laga जाती हैं।
Aaj मेरी पूरी हुई ख़्वाहिश,
दिल खुश करने Vali हुई बारिश।
कहीं Fishal न जाऊं तेरे Khyalo में चलते चलते,
अपनी यादों को Roko मेरे शहर में Barish हो रही है।
Jab भी होगी पहली Barish तुमको सामने पायेंगे,
वो बूंदों से भरा Chehara तुम्हारा Ham देख तो पायेंगे।
बरिश का यह Mousham कुछ Yaad दिला देता है,
Kisi के साथ होने का एहसास Dila देता है।
तन्हा हैं Safar में हम खोने से Nahi डरते,
जो भीगे हुए हैं वो Barish से नहीं डरते।
कभी Khushi कभी गम,
कभी विस्की कभी Ram,
ये हैं Morden बारिश की सरगम।
ब्यूटीफुल बारिश शायरी
बारिश में भीगी हर Sham एक नई Ummid लाती है,
ज़िंदगी के Safar में ठहरे कदमों को Feer चलाती है।
पूछे Koi उससे के दुख है या Khushi है,
जाने Kyo बूँद कोई बारिश की Patto पे रुकी है।
Muje मार ही ना डाले इन Badalo की साज़िश,
ये जब से Baras रहे हैं तुम Yaad आ रहे हो।
ए Badal इतना बरस Ki नफ़रतें धुल जाएँ,
इंसानियत Tarah गई है Pyar पाने के लिए।
Ek तो ये बारिश जो Raat भर बरसती रही,
दूसरी मेरी Ankhein तुझे देखने को Tarshati रही।
हुई Barish ज़रा सी सबको Apna काम याद आया,
Kiso को प्यार अपना किसी को Yaad जाम आया।
मासूम Mohabbat का Bas इतना फसाना है,
कागज़ की Haveli है बारिश Ka ज़माना है।
Waqt बारिश का Aur तेरा साथ,
Zindagi से और Kya माँगु सौगात।
Door तक छाए थे Badal और कहीं साया न था,
इस तरह Barsaat का मौसम Kabhi आया न था।
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