Intezaar Shayari सिर्फ कविता नहीं, बल्कि एक सच्चा एहसास है। जो हर दिल ने कभी न कभी महसूस किया है। जब कोई अपना दूर हो, जब किसी से मिलने की आस हो, या जब कोई वादा अधूरा रह जाए, ऐसे हर लम्हे में इंतज़ार शायरी हमारी भावनाओं को आवाज़ देती है। इंतज़ार शायरी सिर्फ एक व्यक्ति के इंतज़ार की बात नहीं करती। बल्कि उसमें छुपी तड़प, अधूरी ख्वाहिशें और दिल की बेचैनी को भी बयां करती है। और शायद यही वजह है कि इंतज़ार शायरी आज भी लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाए हुए है।
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Intezaar Shayari in Hindi
Ek मुलाक़ात की आस में मैं Zindagi गुज़ार लूंगा,
तुम हां तो कहो Tumhare लिए
उम्र Bhar इंतज़ार करूंगा।
काश Intezaar इश्क़ का पैमाना Hota,
Tab उन्हें बताते Ishq कितना करते हैं हम।
तुम एतबार की Baat करते हो,
Hame तुम्हारे इंतज़ार से भी Pyar है।
Ankho का इंतज़ार Tum पर
आकर ही तो Khatm होता है,
फिर Chahe वो हकीकत या Feer ख्वाब।
तुम्हारी Yaado पर इख़्तियार हो Nahi सकता,
Lot आओ के अब Intezaar हो नही सकता।
यूँ पलके Bichha कर तेरा इंतज़ार Karte है,
यह वो Gunah है जो हम Bar Bar करते है।
वो इंतज़ार भी Kya जिसमें कोई बेसब्री Na हो,
वो Pyar भी क्या Jisme कोई दिलचस्पी ना हो।
आँखों से Noor बह गया किसी के Intezaar का,
पथराई Ankho में अब ग़म भी Nahi प्यार का।
Mere मरने के बाद मुझे Jalana मत दफ़ना देना,
जो अगर Kholi उसने कभी Kabr मेरी तो
उसे इंतज़ार Karta मिलुंगा।
प्यार में इंतज़ार शायरी
कल भी तुम्हारा Intezaar था,
Aaj भी तुम्हारा इंतज़ार है,
और हमेशा Tumhara इंतज़ार रहेगा।
Tere हिज्र के गम में Ham यूँ ज़ार ज़ार होते जा रहे हैं,
इंतज़ार Karte करते ख़ुद Intezaar होते जा रहे हैं।
सुबह Kahati है मुझसे ज़रा Jaldi उठा कर,
कोई Mere इंतज़ार में Raat भर नहीं सोता।
उम्मीद भी बड़े Kamal की Chij होती है,
सब्र Girvi रख इंतज़ार Thama देती है।
Waqt के फ़ासले वक़्त Jaya कर के काटते हैं,
कुछ यूँ Kam.. तेरे इंतजार का Kiya करते हैं।
Ek पल गुज़रता Nahi था तेरे बिना,
इक उम्र Kat रही है तेरे Intezaar में।
Adab से कर रहा हूँ Dilbar तेरा इंतजार,
लौट Aayega एक दिन अगर Sacha होगा प्यार।
फरियाद कर रही है Yah तरसी हुई Nigah,
Dekhe हुए किसी को Jamana गुजर गया।
इंतजार जो था Muje मिलने का तुझसे,
Intezaar ही रह गया, उम्र भर का।
2 Line Intezaar Shayari
नम आँखों में Tera इंतज़ार Liye बैठा हूँ,
कुछ Khash नहीं बस इश़्क का Izhaar लिए बैठा हूँ।
Khud हैरान हूँ मैं Apne सब्र का पैमाना देखकर,
तूने Yaad भी ना किया और Maine इंतज़ार नहीं छोड़ा।
Ek Traf है खामोशी, एक तरफ Intezaar है,
फिर भी ये Mohabbat अपने आप में ही Kamal है।
किन लफ्जों में Likhu मैं अपने Intezaar को तुम्हें,
बेजुबां है Ishq मेरा ढूंढ़ता है Khamoshi से तुझे।
Main तुम्हारा इंतज़ार करूँगा,
तुम मेरे रूह में Samaye हुए हो,
तुमको Kaise मैं भुलाऊँगा।
Kabhi मिलो तो ऐसे Na मिलना कि,
तू Samne हो और Tera इंतज़ार हो।
तुम से मिलना तो Ek ख्वाब सा Lagata है,
मैने Tumhare इंतजार से Mohabbat की है।
कभी तो Chauk के देखे कोई Hamari तरफ़,
किसी की Ankho में हमको भी Intezaar दिखे।
Tum देखना यह इंतज़ार Rang लायेगा ज़रूर,
एक Roj आँगन में मौसम-ए-बहार Aayegi ज़रूर।
Intezaar Shayari Love
लाश को मैंने Apno के लिए इंतज़ार Karte देखा है,
यकीन Mano, हस्ते खिलते Parivar को मैंने
टूटते बिखरते Dekha है।
Toot गया Dil पर अरमान वही है,
दूर रहते हैं फिर भी Pyar वही है,
Jante हैं कि मिल नहीं पायेंगे,
फिर भी आँखों में Intezaar वही है।
लगता है Hamare इम्तिहान की Ghadi आ गई है,
Shayad इसलिए इंतज़ार करने को Kaha है उन्होंने।
Ek उम्र गुज़ार दी हमने तेरे Intezaar में,
कि अब तो Waqt भी हमसे Ijajat ले-लेकर गुज़रता है।
इंतज़ार के In लम्हों में,
Jamana ना जीत जाए,
Intezaar करते-करते कहीं,
ज़िन्दगी ना Bit जाए।
इंतज़ार Kab तलक करेगी ए रूह,
Chand में उलझे लोग तारों की Baat नहीं किया करते।
Vaada है खुद से अगर Tum ना मिली,
इतना Door चला जाऊंगा तुझसे,
फिर इंतजार Karati रह जाओगी,
Kabhi ना मिल पाऊंगा तुझसे।
डर लगता है ये Shoch Kar कि
कहीं वे Mile तो क्या होगा,
जिनकी Intezaar में मैं जिंदा हूं।
Furasat पड़े तो Yaad कर लेना हमें,
कि जी रहे हैं Ham तेरे इंतज़ार में।
इंतज़ार शायरी दर्द भरी
Ek अरसा गुज़र दिया मैने तेरे Intezaar में,
एक अरसे से Tune मुझे मुड़कर Nahi देखा।
Teri फ़ुरसतों के इंतज़ार में,
हम ख़ुद से भी Door दूर हुए,
पानी जो बरसा मेरी Ankho से,
Pighali स्याही हर्फ़ मेरे काफूर हुए।
तलाश कर Meri कमी को अपने Dil में एक बार,
Dard हो तो समझ लेना Mohabbat अभी बाकी है।
Intezaar भी उसका जिसे Aana नहीं है,
रात Gujarne का और कोई Bahana भी नही है।
सर्द Sham की निग़ाह में भी Kisi का इंतज़ार था,
मुड़ मुड़ के वो भी Dekhti रही रास्ता Kisi का।
कभी Unki याद करना,
कभी उनकी Baat करना,
Sal कुछ इस तरह गुज़र गया,
किसी के Intezaar में।
जिस की Ankho में कटी थीं सदियाँ,
उस ने सदियों की Intezaar दिया है।
कुछ इस Kadar उसने Rishta निभाया,
कभी न Laut आने की Kasam देकर,
Bas उम्रभर इंतज़ार किया।
Waqt गुज़ार लिया मैंने,
इंतज़ार को हरा Diya मैंने,
तू Samane है यह सोचकर
चांद को गले लगा Liya मैंने।
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